ऋषि कपूर को याद कर अमिताभ बच्चन ने लिखा एक इमोशनल पोस्ट

ऋषि कपूर को याद कर अमिताभ बच्चन ने लिखा एक इमोशनल पोस्ट

ऋषि कपूर को याद कर अमिताभ बच्चन ने लिखा एक इमोशनल पोस्ट

न्यूज़ हेल्पलाइन – 1 मई 2020

बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार ऋषि कपूर का गुरुवार की सुबह को निधन हो गया हैं। उन्होंने मुंबई के सर एचएन रिलायंस अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली। जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से मरीन लाइन्स चंदनवाड़ी शमशान भूमि ले जाया गया और उनका अंतिम संस्कार किया गया।

ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार में कुछ करीबी दोस्त जैसे- अभिषेक बच्चन, आलिया भटट्, फिल्म डायरेक्टर अयान मुखर्जी, सैफ अली खान और करीना कपूर समेत अन्य लोग शामिल हुए, और रणबीर कपूर और नीतू सिंह को ढांढस बंधाया।

ऋषि के निधन की खबर सुनकर सभी लोग बहुत दुखी है, और सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिये अपना दुख व्यक्त कर रहे हैं। बता दें कि ऋषि कपूर के निधन की जानकारी सबसे पहले अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर दी थी। इसके बाद अमिताभ ने ऋषि को याद करते हुए एक और इमोशनल पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने ऋषि के बारे में और उनके साथ बिताये हुए पलों के बारे में जिक्र किया है।

दरअसल अमिताभ ने अपने सोशल मीडिया पर ऋषि कपूर की फिल्म सरगम से उनका डफली बजाने वाला एक स्केच शेयर किया है। और इसके साथ उन्होंने एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा है।

अमिताभ ने लिखा, "मेरी पहली बार चिंटू से मुलाकात मुंबई के चेंबूर देवनार पर हुई, जब उनके पिता राज कपूर जी ने मुझे एक शाम अपने घर पर इनवाइट किया था। और उस दौरान मैंने देखा कि चिंटू बहुत ही शरारती हैं क्योंकि उनकी आंखों में उत्साह और शरारत दिखाई दिया था। हालांकि मैंने ज्यादातर उन्हें आरके स्टूडियो में देखा था जहां वो अपनी फिल्म बॉबी की तैयारियां कर रहे थे। वो एक ऐसे कलाकार थे जो सबकुछ जानना चाहते थे। और वो बहुत ही आत्मविश्वास के साथ चलते हैं। उनकी दृढ़ता और आत्मविश्वास से भरी हुई चाल, एकदम उनके दादा पृथ्वीवराज कपूर की तरह थी। उनके चलने का अंदाज जो मैंने उनकी पहली की फिल्मों में देखा, फ‍िर क‍िसी और में नहीं देखा.......हमने कई फ‍िल्मोंी में साथ काम क‍िया।... जब वो अपनी लाइन बोलते है..तो आप उनके हर शब्द पर विश्वास करेंगे....और उनकी तरह क‍िसी गाने पर इतनी खूबसूरती से लिप्सिंग करना भी मैंने किसी और में नहीं देखा। ऋषि मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी हंसने का और हंसाने का मौका निकाल लेते थे। ना केवल सेट पर बल्कि अगर कोई ईवेंट भी होता था, वो वहां भी कुछ ना कुछ ऐसा देख ही लेते थे कि हर कोई हंसने को मजबूर हो जाता था। शूट‍िंग के बीच में टाइम मिले तो ऋषि कार्ड्स या कोई बोर्ड गेम लेकर बैठ जाते थे। वो ये गेम केवल मस्ती के लिए नहीं खेलते थे, बल्कि इसे एक कॉम्पटीशन की तरह खेलते थे।"

अमिताभ ने आगे लिखा, "डायग्नोस के समय और उसके ट्रीटमेंट के दौरान उन्होंने कभी अपनी स्थिति पर दुख नहीं जताया.. वो हमेशा कहते 'जल्द ही मिलते हैं', बस अस्पताल का रूटीन विजिट है.....मैं जल्द ही वापस आऊंगा। वो जिंदगी जीना जानते थे जो गुण उन्हों ने अपने पिता राज कपूर जी से सीखा। द लीजेंड, द अल्टीमेट शोमैन द आइकोनिक राज कपूर!! मैं उनसे हॉस्पिटल में कभी मिलने नहीं गया था...मैं उनके मुस्कुराते हुए चेहरे पर कष्ट नहीं देखना चाहता था। लेकिन मैं निश्चित हूं..जब वह गया होगा, वह एक प्यारी मुस्कान के साथ चला गया होगा...।"

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