जरूर देखिए! साइबर ठगी पर आधारित वेब सीरीज "जमताड़ा", शिकार होने से बच सकते हैं आप
नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज़ 'जामताड़ा सबका नंबर आएगा' की कहानी झारखंड के एक छोटे से इलाके 'जामताड़ा' की सच्ची घटना पर आधारित है। जिसमें आज के समय में हो रहें साइबर क्राइम की कहानी दिखाई गई है।
इस सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे जामताड़ा गॉव के कुछ लड़के, बैंकिंग फ्रॉड कर देशभर के लोगों से करोड़ों रुपये लूटते हैं, और ऐसे ही फ्रॉड कॉल करके अमीर बनने का सपना देखते हैं। 10 एपिसोड की यह वेब सीरीज़ क़रीब 2.30 घंटे में ख़त्म हो जाती है।
वेब सीरीज की पूरी कहानी गॉव के दो लड़के सनी, रॉकी और विधायक के इर्दगिर्द घूमती है। सनी और रॉकी दोनों ममेरे भाई है जो जामताड़ा में चल रही फिशिंग के दो बड़े चेहरे है। रॉकी का सपना पॉलिटिशियन बनना है और सनी का सपना फिशिंग से ही खूब पैसे कमाना। सनी अपने ही कोचिंग इंस्टिट्यूट की एक इंग्लिश टीचर गुड़िया सिंह से शादी कर लेता है। ताकि अंग्रेज़ी का कॉल सेंटर खोलकर और ज़्यादा से ज़्यादा अंजान लोगों को फिशिंग का शिकार बना सके। लेकिन गुड़िया भी सनी से सिर्फ पैसे के लिए शादी करती है ताकि वह कनाडा जा सके।
कॉल करते ही ये सभी लड़के, लड़कियों की आवाज निकालकर कहते हैं 'हैलो सर नमस्कार, आपका एटीएम कार्ड ब्लाक हो गया है इसे रिस्टोर कराने के लिए उस पर लिखा कोड बताइये। ..हैलो सर बधाई हो, आपको कंपनी की तरफ से ईनाम में कार दी जा रही है, अपने मोबाइल पर आने वाला चार अंक का ओटीपी बताइये।' कुछ इसी तरह की फ्रॉड फोन कॉल के जरिए ये लोग एक दिन में लाखों रूपये लूट लेतें है। पुलिस इन सबको कई बार पकड़ती है, लेकिन पुख्ता सबूत ना होने के कारण उन्हें छोड़ना पड़ता है। कई बार गॉव के विधायक खुद इन्हें छुड़ा लेता है।
रॉकी पॉलीटिशियन बनने के कारण गॉव के विधायक ब्रजेश भान के साथ काम करने लगता है। लेकिन सनी विधायक के साथ काम नहीं करना चाहता। जिसकी वजह से रॉकी और सनी के बीच लड़ाई हो जाती है। और रॉकी दूसरे लड़कों को भी अपनी टीम में शामिल कर लेता है। इसके बाद जमताड़ा से फिशिंग को पूरी तरह खतम करने के लिए एसपी डॉली साहू की पोस्टिंग जामताड़ा में होती है।