20 पैसा और 1 रुपया मेरे लिए खजाना हुआ करता था- पूनम ढिल्लों
बॉलीवुड एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों ने कहा है की उनके लिए 20 पैसा और 1 रुपया खजाना हुआ करता था।
पूनम ढिल्लों ने रंगमंच और टेलिविजन धारावाहिकों में भी काम किया है। वह 1978 में फेमिना मिस इंडिया का खिताब जीत चुकी हैं। वह 1979 की फिल्म नूरी, रेड रोज़, दर्द, निशान, ज़माना, सोहणी महीवाल, तेरी मेहरबानियाँ , समुन्दर , सवेरे वाली गाड़ी , कर्मा , नाम , मालामाल आदि के लिये जानी जाती हैं। अब पूनम ढिल्लों की फिल्म 'जय मम्मी दी' मे पूनम अहम किरदार मे नज़र आने वाली है।
13 जनवरी को लोहड़ी के त्यौहार के मौके पर पूनम फिल्म 'जय मम्मी दी' के स्टार कास्ट के साथ ये पर्व मना रही थी। मुंबई के जुहू में फिल्म 'जय मम्मी दी' की टीम ने पूरे जोश से लोहड़ी का आनंद उठाया। इस मौके पर सनी सिंह, सोनाली सहगल, पूनम ढिल्लों, सुप्रिया पाठक, निर्देशक नवजोट गुलाटी भी मौजूद रहे। मीडिया से बात चित के दौरान पूनम ढिल्लों ने अपनी बचपन की यादें शेयर की। उन्होंने कहा , '' मेरी बचपन मे जब मैं चंडीगढ़ मे रहती थी तब लोहड़ी के त्यौहार के दिन सब के घर जाकर गाने गा कर लोगों से पैसे मांगते थे। कोई 20 पैसे, कोई 1 रुपया देता था। उस वक़्त मेरे लिए वो खज़ाना हुआ करता था''।
इस मौके पर सनी सिंह ने भी अपने बचपन की यादों को भी मीडिया से साझा किया। सनी सिंह ने बताया कि बचपन में लोहड़ी के मौके पर उन्हें घरवालों से पैसे मिलते थे जिससे वह अपने दोस्तों संग मस्ती करते थे।
'जय मम्मी दी 2' की स्टारकॉस्ट ने यह बात भी साफ कर दी कि फिल्म में लोहड़ी का कोई सीन नहीं है। सभी स्टारकास्ट ने सामूहिक रूप से यह माना कि लोहड़ी का त्यौहार अपने अंदर की नकारात्मकता खत्म करने का मौका है। साथ ही सभी ने लोगों से फिल्म देखने की अपील भी की। यह फिल्म 17 जनवरी 2020 को रिलीज़ हो रही है।